लॉकडाउन से उत्पन्न आर्थिक स्थितियां
इस समय COVID-19 महामारी ने हमारे सपनों को चकनाचूर कर दिया है। 24 मार्च से अचानक हुई तालाबंदी ने करोड़ों श्रमिकों को रोजगार से वंचित कर दिया है। अब देश अनलॉकिंग चरण में है, और समान्य होने की कोशिश कर रहा है पर वास्तविक स्थति अत्यंत दर्दनाक, भयानक व डरावनि होती जा रही है। गरीब, देनिक वेतन भोगी मजदूर, गरीब छात्र और बेघर अपनी आजीविका और पेट भर भोजन की अनिश्चितता के डर से भयभीत हैं। लॉकडॉऊन में अपनी नौकरी खोने वाले और पहले से ही बेरोजगार करोड़ों लोगों के ऊपर परिवार पालन करना मुश्किल हो गया है। लॉकडाउन से उत्पन्न आर्थिक स्थितियां लोगों को बुरी तरह प्रभावित कर रही हैं। लोग जो इस महामारी से तो शायद बच जाएंगे, लेकिन रोज़मर्रा की आवश्यक ज़रूरतों का पूरा न होना उनके लिए अलग मुश्किलें खड़ी करेगा. ऐसी स्थिति में लोगों की तत्काल मदद करने के लिए रण ने देनिक खाने के सामान देकर सहायता का प्रयास किया है।
रण इस विकट परिस्थितियों में अपनी क्षमता अनुसार सहायता करने को प्रतिबद्ध है।